वर्ष 32 अंक 2 फरवरी, 2015
सलाहकार संपादक:
रवीन्द्र कालिया
संपादक:
विभूति नारायण राय
कार्यकारी संपादक:
भारत भारद्वाज
--------------------------------------------------------------
संपादकीय: कबिरा हम सबकी कहैं / विभूति नारायण राय
चर्चित कहानी बनाम प्रिय कहानी:
मामला आगे बढ़ेगा अभी/चित्रा मुद्गल
परिचर्चा/विश्वनाथ त्रिपाठी, शंभु गुप्त
यात्रा वृत्तांत:
लू शुन के देश में/शिवमूर्ति
कविता:
पवन करण/पांच कविताएं
अरुण आदित्य/तीन कविताएं
कहानी:
दूब की वर्णमाला/चंदन पांडेय
प्रयागराज एक्सप्रेस/कबीर संजय
व्हाइट ब्लैंक पेपर/ विजय गौड़
संस्मरण:
साथ रखते थे अनुशासन की छड़ी: रवींद्रनाथ त्यागी/प्रताप सोमवंशी
गोलमेज:
पश्चिम बंगाल में वाम के सफाये के कारण/ निहितार्थ
नई किताब:
विविध रूपों और स्तरों वाला ‘निर्वासन’/ मधुरेश
मीडिया:
कैसे बदलाव हो रहे हैं मीडिया में/ प्रांजल धर
स्तंभ:
तेरी मेरी सबकी बात/ नमिता सिंह
रायपुर प्रसंग:
खरे और खोटे क्रांतिकारी/ श्यामसुंदर शर्मा
--------------------------------------------------------------
सम्पादकीय कार्यालय : टी/101, आम्रपाली सिलिकानॅ सिटी,
सेक्टर–76, नोएडा– 201306 मो० : 91–9643890121
वितरण कार्यालय : 28, ए० आइ० जी० , अवन्तिका–I, रामघाट रोड ,
अलीगढ़–202001
कला पक्ष: भरत तिवारी,
बी-67, एसएफएस फ्लैट्स,
शेख सराय-1, नई दिल्ली-110017
--------------------------------------------------------------
सहयोग राशि : इस अंक का मूल्य : 30/–
वार्षिक : 350/– संस्थाओं व लाइब्रेरियों के लिए 500/–
आजीवन : 11000/–
विदेशों में वार्षिक : 70 डॉलर ।
सदस्यता प्रपत्र डाउनलोड करें
सलाहकार संपादक:
रवीन्द्र कालिया
संपादक:
विभूति नारायण राय
कार्यकारी संपादक:
भारत भारद्वाज
--------------------------------------------------------------
संपादकीय: कबिरा हम सबकी कहैं / विभूति नारायण राय
चर्चित कहानी बनाम प्रिय कहानी:
मामला आगे बढ़ेगा अभी/चित्रा मुद्गल
परिचर्चा/विश्वनाथ त्रिपाठी, शंभु गुप्त
यात्रा वृत्तांत:
लू शुन के देश में/शिवमूर्ति
कविता:
पवन करण/पांच कविताएं
अरुण आदित्य/तीन कविताएं
कहानी:
दूब की वर्णमाला/चंदन पांडेय
प्रयागराज एक्सप्रेस/कबीर संजय
व्हाइट ब्लैंक पेपर/ विजय गौड़
संस्मरण:
साथ रखते थे अनुशासन की छड़ी: रवींद्रनाथ त्यागी/प्रताप सोमवंशी
गोलमेज:
पश्चिम बंगाल में वाम के सफाये के कारण/ निहितार्थ
नई किताब:
विविध रूपों और स्तरों वाला ‘निर्वासन’/ मधुरेश
मीडिया:
कैसे बदलाव हो रहे हैं मीडिया में/ प्रांजल धर
स्तंभ:
तेरी मेरी सबकी बात/ नमिता सिंह
रायपुर प्रसंग:
खरे और खोटे क्रांतिकारी/ श्यामसुंदर शर्मा
सम्पादकीय कार्यालय : टी/101, आम्रपाली सिलिकानॅ सिटी,
सेक्टर–76, नोएडा– 201306 मो० : 91–9643890121
वितरण कार्यालय : 28, ए० आइ० जी० , अवन्तिका–I, रामघाट रोड ,
अलीगढ़–202001
कला पक्ष: भरत तिवारी,
बी-67, एसएफएस फ्लैट्स,
शेख सराय-1, नई दिल्ली-110017
--------------------------------------------------------------
सहयोग राशि : इस अंक का मूल्य : 30/–
वार्षिक : 350/– संस्थाओं व लाइब्रेरियों के लिए 500/–
आजीवन : 11000/–
विदेशों में वार्षिक : 70 डॉलर ।
सदस्यता प्रपत्र डाउनलोड करें
0 टिप्पणियाँ