जनवरी, 2015 की पोस्ट दिखाई जा रही हैंसभी दिखाएं
कहानी: सन्नाटे की गंध - रूपा सिंह
दिनेश कुमार शुक्ल की तीन कवितायें | Poems - Dinesh Kumar Shukla (hindi kavita sangrah)
माउथ ऑर्गन - नरेश सक्सेना (hindi kavita sangrah)
इंदिरा दाँगी (दांगी) के आगामी उपन्यास ‘रपटीले राजपथ’ का अंश
साहित्य अकादेमी आयोजित करेगा 'गोपीनाथ महांति' जन्मशती संगोष्ठी
कहानी: सिरी उपमा जोग - शिवमूर्ति
रवीश की रिपोर्ट नहीं 'लप्रेक' के साथ जयपुर लिट्रेचर फेस्टिवल में होगी राजकमल प्रकाशन की 'सार्थक' पहल
'वर्तमान साहित्य' दिसम्बर  2014
कहानी- नये साल की धूप : सुभाष नीरव
बीते हुए दिन कुछ ऎसे भी थे - राजेन्द्र राव