tag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post8262799924785722037..comments2024-03-29T09:31:38.264+05:30Comments on Shabdankan शब्दांकन: अट्ठाईस बरस बाद: कहानी - सुशीला शिवराण ‘शील’Bharathttp://www.blogger.com/profile/09488756087582034683noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-3662779830536580332013-03-15T23:36:06.182+05:302013-03-15T23:36:06.182+05:30पुन: आभारपुन: आभारsushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-44266017461469829652013-03-15T23:35:45.650+05:302013-03-15T23:35:45.650+05:30आपके शब्द निश्चय ही मेरी लेखनी में नई ऊर्जा का सं...आपके शब्द निश्चय ही मेरी लेखनी में नई ऊर्जा का संचार करेंगे। ह्रदय से आभार अनुराग जी।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-46205351330684674562013-03-15T23:34:40.139+05:302013-03-15T23:34:40.139+05:30ह्रदय से आभार सुवर्णा जी।ह्रदय से आभार सुवर्णा जी।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-25661835057877654352013-03-15T23:34:19.653+05:302013-03-15T23:34:19.653+05:30 सहमत हूँ अनिता जी । प्रखर उत्तर देने ही होंगे साम... सहमत हूँ अनिता जी । प्रखर उत्तर देने ही होंगे सामंतवादी मानसिकता को।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-92095825503049860892013-03-15T23:32:57.882+05:302013-03-15T23:32:57.882+05:30कहानी पढ़ने और पसंद करने के लिए दिल से आभार प्रीति...कहानी पढ़ने और पसंद करने के लिए दिल से आभार प्रीति जी _/\_sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-29880154541983725562013-03-15T23:31:51.026+05:302013-03-15T23:31:51.026+05:30हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए अनमोल है।हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए अनमोल है।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-66929322933331341732013-03-15T23:31:43.124+05:302013-03-15T23:31:43.124+05:30हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए अनमोल है।हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए अनमोल है।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-34554943246338943632013-03-15T23:31:13.912+05:302013-03-15T23:31:13.912+05:30हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए अनमोल है।हार्दिक आभार। आपकी प्रतिक्रिया मेरे लिए अनमोल है।sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-77256210082391895892013-03-09T17:19:32.665+05:302013-03-09T17:19:32.665+05:30बहुत बहुत बहुत मार्मिक लेखन !
आपके भावों को उकेरता...बहुत बहुत बहुत मार्मिक लेखन !<br />आपके भावों को उकेरता शब्दाकन अतुल्य प्रशंसनीय है <br /><br />सादर ! <br />अनुराग त्रिवेदी एहसास Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02572920669376492196noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-65622668135018439962013-03-09T17:14:58.439+05:302013-03-09T17:14:58.439+05:30 बहुत ही मार्मिक कहानी !
आपके लेखन की भाव श... बहुत ही मार्मिक कहानी ! <br /> आपके लेखन की भाव शिल्पता बता रही है , की कहानी लेखन में भी आपका अपना परिचय बनते देर नही क्यूँकि जो लेखन के लिये आवश्यक प्रभावी गुण चहिये जो भावों को उकेरता है .. वो स्पष्ट दिख रहा है । <br /><br /> बहुत बहुत .. बहुत ही मार्मिक लेखन ! शुभकामनायें ! <br />सादर <br />अनुराग त्रिवेदी एहसास Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/02572920669376492196noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-25903546169819074822013-03-09T08:46:39.781+05:302013-03-09T08:46:39.781+05:30आपने बहुत अच्छे और सामयिक विषय को उठाया है यह सराह...आपने बहुत अच्छे और सामयिक विषय को उठाया है यह सराहनीय है. अच्छी कहानी है. लेखन जारी रखें. शुभकामनाएँ . सुवर्णाnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-41890527182174673622013-03-09T08:28:49.529+05:302013-03-09T08:28:49.529+05:30नारी का हौसला वर्षों की गिनती भी खतम कर देता है......नारी का हौसला वर्षों की गिनती भी खतम कर देता है......पर आज ज्यादा हौसला चाहिए क्योंकि नारी मर्दों की सामंतवादी सोच पर पहले से भी कहीं ज्यादा बली चढ़ रही है......Dr.Anita Kapoorhttps://www.blogger.com/profile/03776096643896372764noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-34489005180405737732013-03-08T23:18:01.627+05:302013-03-08T23:18:01.627+05:30एकदम सटीक चित्रण,.. बहुत सहजता से शब्दो मे उतारा ह...एकदम सटीक चित्रण,.. बहुत सहजता से शब्दो मे उतारा है नारी मन के दर्द को,.. __/\__मेरा मनhttps://www.blogger.com/profile/09426000406088677770noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-89617122954778826632013-03-08T22:51:14.701+05:302013-03-08T22:51:14.701+05:30स्त्री के स्वत्व को दर्शाती एक बेहतरीन कहानी......स्त्री के स्वत्व को दर्शाती एक बेहतरीन कहानी... बधाई सुशीला जी। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13562041392056023275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-82837909319852219102013-03-08T22:50:44.319+05:302013-03-08T22:50:44.319+05:30स्त्री के स्वत्व को दर्शाती एक बेहतरीन कहानी......स्त्री के स्वत्व को दर्शाती एक बेहतरीन कहानी... बधाई सुशीला जी। Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/13562041392056023275noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-16877008982618330892013-03-08T21:41:02.358+05:302013-03-08T21:41:02.358+05:30kisi sachchi ghatna ko kahani ka roop dekar aapne ... <br />kisi sachchi ghatna ko kahani ka roop dekar aapne samaaj mein vyaapt purush maansikta ko na keval b'khoobi ujaagar kiya hai,balki uska ek samaadhaan bhi pesh kiya hai . Badhai Shush ji.<br />Dixit Dankauri Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-75627561596227856532013-03-08T14:57:13.634+05:302013-03-08T14:57:13.634+05:30यह मेरी पहली कहानी है। आप सब की सराहना पाकर मन में...यह मेरी पहली कहानी है। आप सब की सराहना पाकर मन में एक नई ऊर्जा का अनुभव कर रही हूँ। आप सबके स्नेह का ह्रदय से आभार !sushilahttps://www.blogger.com/profile/05803418860654276532noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-26787691870160413862013-03-08T14:02:16.919+05:302013-03-08T14:02:16.919+05:30वाह, एक कर्मठ ओर साहसी युवती के हौसले और संघर्ष को...वाह, एक कर्मठ ओर साहसी युवती के हौसले और संघर्ष को जीवंत तरीके प्रस्तुत करती, अच्छी कहानी है। बधाई और शुभकामनाएं।नंद भारद्वाजhttps://www.blogger.com/profile/10783315116275455775noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-52257701672601093322013-03-08T11:48:09.500+05:302013-03-08T11:48:09.500+05:30बहुत ही प्रभावी और प्रेरणा दाई कथा है आपकी ,अट्ठा...बहुत ही प्रभावी और प्रेरणा दाई कथा है आपकी ,अट्ठाईस बरस पहले आपने अकेले इतनी हिम्मत दिखाई यह काबिले तारीफ है ! यह घटना एक मिसाल है आज सभी लड़कियों के लिए ..कि अकेले होते हुए भी ऐसी परिस्थिती से कैसे जूझा जाए !<br /><br />अब रही लेखनी की बात तो कथा का प्रवाह कही भी शिथिल नहीं पड़ा ....एकाग्रता एवं रोचकता बनी रही ,जो की एक कथा का मुख्य तत्व होता है !<br /><br />"आपने हौसले और आपकी लेखनी को नमन "sarojhttps://www.blogger.com/profile/16905747067151956796noreply@blogger.com