देवीशंकर अवस्थी सम्मान लेबल वाली पोस्ट दिखाई जा रही हैंसभी दिखाएं
'विवेक’ और ‘अंतःकरण’ चालाकीपूर्ण शब्द बन गए हैं —  प्रो. राजेंद्र कुमार
विनोद तिवारी को अठारहवां (2013) 'देवीशंकर अवस्थी सम्मान' Devi Shanker Awasthi samman to Vinod Tiwari
पुराना मार्क्सवाद सेक्सुअलिटी नहीं समझने देता - अभय दुबे