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'विवेक’ और ‘अंतःकरण’ चालाकीपूर्ण शब्द बन गए हैं —  प्रो. राजेंद्र कुमार
युवा कथाकार हितेन्द्र पटेल के उपन्यास ‘चिरकुट’ पर चर्चा : पुखराज जाँगिड़ | Hitendra Patel's Novel 'Chirkut'