देश नदी नालो व अन्य चीजों से नही बल्कि संस्कारवान नागरिकों से महान बनता हैं
राष्ट्र भक्ति का भभूत - डॉ. रमेश यादव की कविताएँ
तेरी महफ़िल में लेकिन हम न होंगे - मणिका मोहिनी
मेरे नारी चरित्र सुन्दर होते नहीं, सुन्दर प्रतीत होते हैं - मनीषा कुलश्रेष्ठ
हंस फरवरी 2013 "हिंदी सिनेमा के सौ साल"