किसी एक फिल्म का नाम दो - ओम थानवी
दिव्या शुक्ला: तुम्हारे वज़ूद की खुशबू - कवितायेँ
कहानी "थप्पड़" ... श्याम सखा 'श्याम'
दो कवितायेँ - अनुपमा तिवाड़ी
वे और उनकी बातें - अखिलेश्वर पांडेय की कवितायेँ
समंदर-सी आवाज - भरत तिवारी Remembering Jagjit Singh
मेरे फिल्मी रिश्ते - राजेन्द्र यादव
देश नदी नालो व अन्य चीजों से नही बल्कि संस्कारवान नागरिकों से महान बनता हैं