अट्ठाईस बरस बाद: कहानी - सुशीला शिवराण ‘शील’
लघुकथाएं - सुदेश भारद्वाज
कहानी  "फिज़ा में फैज़" - प्रेम भारद्वाज
कहानी  'आवारा कुत्ते'  -  सुमन सारस्वत
हिन्दी सिनेमा की भाषा - सुनील मिश्र
फाल्गुनी मुक्तक - अरविन्द कुमार 'साहू'
कहानी : रेप मार्किट (अगला भाग)- गुलज़ार #Gulzar Story final part