एक पराधीन राष्ट्र की सबसे बड़ी और आधुनिक चेतना राष्ट्रवाद ही होगी - प्रियंवद | Renaissance - Priyamvad
कवितायेँ: स्वप्निल श्रीवास्तव (hindi kavita sangrah)
मर्दानगी रक्षा करने में होती है - नीरजा पांडेय
अशोक सेकसरिया अच्छाई उपजाने वाले व्यक्ति थे - प्रयाग शुक्ल
राग दरबारी - आलोचना की फांस: रेखा अवस्थी