हर जगह की तरह पटना पुस्तक मेले में भी पाखी संपादक प्रेम भारद्वाज अपनी छाप छोड़ना नहीं भूले. बिहार के प्रेम भरद्वाज के कल और आज में एक बड़ा परिवर्त…
आज चित्रा मुद्गल जी ने अपने जीवन के 73वें वर्ष में प्रवेश किया है. उन्हें जन्मदिन पर किस तरह बधाई दूं ? एक बेहतरीन कथाकार और उससे भी बेहतरीन इं…
अपनी अपराधिक हद की मूर्खतापूर्ण हरकतों से अमेरिका, ब्रिटेन और फ्रांस सहित पश्चिमी शक्तियों ने दुनिया का जीना हराम कर डाला है - संजय सहाय …
आंकड़ा 6,00,000 शब्दांकन 6,00,000 #शब्दांकन अनायास लेकिन दिल से किया गया प्रयास है - ख़ुशी है कि चंद रोज़ पहले पत्रिका ने छः लाख का आंकड़ा …
यात्रा मदारी सपेरे और साँप बलराम अग्रवाल कहानी हरिद्वार जाने के लिए शर्मा दिल्ली के प्लेटफॉर्म पर खड़ा था। तभी उसने देखा कि उसकी का…
राजेन्द्र बाबू से क्यों चिढ़े थे नेहरू आरके सिन्हा राजेन्द्र प्रसाद की शख्सियत से पंडित जवाहरलाल नेहरू हमेशा अपने को असुरक्षित …
मंजरी श्रीवास्तव... एक चुलबुली-साहसी-मित्र, एक सच्ची-लड़की, एक खूबसूरत इंसान और एक बेहतरीन कवि... मंजरी के परिचय का मंजर बयां करती हैं, उनकी …