मेरा इस्तीफा इस देश के लाखों-करोड़ों कन्हैयाओं और जेएनयू के उन दोस्तों को समर्पित है जो अपनी आंखों में सुंदर सपने लिए संघर्ष करते रहे हैं …
अनारकली — अंजना वर्मा ‘‘ऐ ! चुप रह। जब देखो तब मुस्कुराती रहती है, ठी-ठी-ठी-ठी हँसती रहती है। न कोई सोच, न कोई चिंता। थोड़ी भी शरम है…
Photo: courtesy 'thebigindianpictureDOTcom' © TBIP (Shantenu Tilwankar) असहमति सहन करना आना चाहिए — श्याम बेनेगल सुकरात विचार…
कृष्णा सोबती जी को जन्मदिन की बधाई, उनकी लम्बी उम्र की कामना के साथ युवा कहानीकार कविता ने उनकी चर्चित कहानी 'ऐ लड़की' पर एक बड़ी टिप्पणी…
सीमा पर भी जवानों की एक ज़िन्दगी होती होगी, वो जवान चाहे भारत कर हो या पाकिस्तान का. दो पड़ोसी मुल्कों के असली पड़ोसी यही-दोनों होते हैं. राजनितिक…
वक़्त से आगे - निखा साधारण लोगों में से अपवाद थी वो। युवराज और परी की माँ – प्रतीति। हाँ अलग थी सबसे। युवराज और परी मेरे ही स्कूल मे…