द ग्रेट अमेरिकन सर्कस संजय सहाय 'हंस' संपादकीय मई, 2016 जनधारणा के विपरीत अमेरिकी चुनावों में जनता अपने राष्ट्रपति को स…
कौन तय करे कि हम क्या पढ़ें? Apoorvanand on Delhi University's ban on books आश्चर्य नहीं है कि बहुत वक्त नहीं हुआ, पढ़ना इतन…
'प्रेम कसैला था' व अन्य कवितायेँ — श्री श्री Shri Shri's Hindi poems powerfully express intricate emotions of love. Beautif…
भारत का दुर्भाग्य यह है कि आज़ादी के बाद भी अभिजात-सत्ताधारी 'बाँटों और राज करो' की नीति को चला रहे हैं — अमीश त्रिप…
खामोश, विज्ञापन जारी है.... अशोक गुप्ता मानवीय संवेदना और अस्मिता के सामने यह एक बर्बर और विरोधी समय है, और इसकी लगाम पूरी …
आत्मविश्वास एक ऐसा औज़ार बन सकता है जिससे इंसान अपनी ज़िंदगी को दुरुस्त कर सकता है, वीणा शर्मा ने जनसत्ता में करीब एक वर्ष पहले प्रकाशित अप…
image: Guan Wei, The Journey to Australia (detail), 2013, installation view, Museum of Contemporary Art Australa, image courtesy and © the ar…