इसे समाजवाद मत कहिए पार्टनर, यह हमारी सोच का पटरी हो जाना है — प्रेम भारद्वाज
कहानी — हंस अकेला रोया — सिनीवाली शर्मा Hindi Kahani by Siniwali Sharma
गर्दनें कटती रहें और क़ुरआन का अक्षर-अक्षर तड़पता रहा — शकील हसन शम्सी
चिड़िया ऐसे मरती हैं — मधु कांकरिया #Hindi #Love Story by Madhu Kankaria
सेल्फ पोर्ट्रेट से सेल्फी तक | Self-Portrait to Selfie
जितेन्द्र श्रीवास्तव, प्रेम भारद्वाज और वाज़दा खान को रश्मिरथी पुरस्कार Rashmirathi Puraskar 2016
अनामिका की कवितायेँ — बस्ती निज़ामुद्दीन अंक-I | Basti Nizamuddin - Anamika