अनामिका की कविता — दिल्ली: गली मुहल्ले की वे औरतें: 1275 | hindi poems by anamika
प्रधानमंत्री मोदी के नाम अभिसार का खुला ख़त @abhisar_sharma
हिंदी के मौजूदा उत्साही लेखकों में इतिहासबोध नहीं है — अनंत विजय
लघुकथा — बरसात — इरा टाक @tak_era
वार्षिक साहित्यिक सम्मानों के लिए प्रविष्टियाँ आमंत्रित
अनमैनेजेबिल का मैनेजमेण्ट : शुभम श्री की पुरस्कृत कविता — अर्चना वर्मा
दोपदी सिंघार की कवितायेँ Dopadi Singhar ki Kavitayen
कहानी — इहे बम्बई नगरिया तू देख बबुआ — जितेन्द्र श्रीवास्तव