क्या लगता है आपको ? कि देश की जनता चरस पीए हुए है ? कि आप जो कहें वो सर्वमान्य है ? वैसे मुझे ताज्जुब है भी नहीं - अगर देश की जनता ने चरस चढ़ा …
प्रतिभा चौहान की कविताएँ Poems : Pratibha Chauhan युवा न्यायाधीश प्रतिभा चौहान की कविताओं में ताजगी है। व्यवस्था की कमियों को पास से …
डाक्टर नर्स जा चुके हैं। लड़की अब रोने लगी है। ऊपर झुकी दाई के गले में हाथ डालने की कोशिश करते हुए अस्फुट स्वर में बुदबुदाती है— बचाई लेव अम्मा…
रघुवंशमणि का पैना व्यंग्य ! राष्ट्रधर्म -रघुवंशमणि (राज)नीति कथाएं …
यह लेख किसी मोदी-विरोधी ने नहीं लिखा है — ओम थानवी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की धारा के पत्रकार माने जाने वाले हरिशंकर व्यास ने…
कविता तब बहुत आत्मीय हो जाती जब उसे पढ़ते वक़्त लगे कि जिस काल में कविता है उसी काल में, कवि के आसपास ही कहीं इत्मिनान से बैठ, कवि को वह रचते देख…
एक तरफ हमें अपनी मर्जी से साथ घूम रहे प्रेमी जोड़ों को देखकर शर्म आती है दूसरी तरफ हमारे ही समाज का एक तबका 50-100 रुपये में रेप की विडियो खरीद…
गीताश्री कहानियों के सेफ जोन से परिचित होते हुए भी बार-बार रिस्क लेती हैं। कहानियों में बोल्ड विषय लेने के आरोप उन पर निराधार है। वह बात को क…