tag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post6199227503261642969..comments2024-03-20T22:06:43.980+05:30Comments on Shabdankan शब्दांकन: सौंदर्य के प्रतिमान - जनसत्ता Bharathttp://www.blogger.com/profile/09488756087582034683noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-38689926921100386672015-03-20T12:59:33.582+05:302015-03-20T12:59:33.582+05:30गोरा-काला मानसिक सोच भर है ....गोरे हमें इतने ही अ...गोरा-काला मानसिक सोच भर है ....गोरे हमें इतने ही अच्छे लगते तो आज भी हम अग्रेजों के गुलामी से मुक्त नहीं हो पाते ..<br /> बहुत बढ़िया चिंतन .. कविता रावत https://www.blogger.com/profile/17910538120058683581noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7457103707258421115.post-13189756459584255532015-03-19T16:09:05.735+05:302015-03-19T16:09:05.735+05:30आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (20-03-201...आपकी इस प्रविष्टि् की चर्चा कल शुक्रवार (20-03-2015) को <a href="http://charchamanch.blogspot.in/" rel="nofollow"> "शब्दों की तलवार" (चर्चा - 1923) </a> पर भी होगी।<br />--<br />सूचना देने का उद्देश्य है कि यदि किसी रचनाकार की प्रविष्टि का लिंक किसी स्थान पर लगाया जाये तो उसकी सूचना देना व्यवस्थापक का नैतिक कर्तव्य होता है।<br />--<br />हार्दिक शुभकामनाओं के साथ...<br />सादर...!<br />डॉ.रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.com