कवितायेँ प्रेमा झा कह दो तुम तुम जो कह देते तो चाँद तक अड़गनी टांग देती दुपट्टा सितारों वाला डालकर उस पर तुम्हें सपनों क…
आगे पढ़ें »Once our jury chooses the poems, the sender will be invited to recite the poem and its translation during the ILF Samanvay festival in Novemb…
आगे पढ़ें »Navneet Pandey Ki Kavitayen क्या फर्क पड़ता है वह पापी है मारो! मारो! उसे जी भर पत्थर मारो! कोई पीछे न रहे यह पुण्य कमाने से लाओ!…
आगे पढ़ें »प्रेमा झा की कवितायेँ Poems of Prema Jha १. सीप और मोती पथिक, तुम जा रहे थे गठरी में मोतियाँ बांधकर तुम्हारे जाने के दरम्यान क…
आगे पढ़ें »We the homeless / बेघर हम Sukrita Pual Kumar / गुलज़ार सुकृता की कविता जब गुलज़ार के दिल से तर्जुमा होगी तो कैसा समां होगा... …
आगे पढ़ें »Geet Chaturvedi (Photo: Anurag Vats) क वि ता एँ गीत चतुर्वेदी पेपरवेट कितनी तेज़ हवा चल रही थी उस समय. अगर तुम्हारा एक आंसू …
आगे पढ़ें »कवितायेँ — संजय शेफर्ड विद्रोह और क्रान्ति (१) उस दिन अचानक ही कुछ चुभते हुए दर्द अनायास ही फूलों के पराग से आकर छातियों पर चिपक …
आगे पढ़ें »कविता इतनी बेहतरीन ही होनी चाहिए, कि आप बार-बार ... बार-बार पढ़ें और जी न भरे. कि आपकी आँखों में नमी और भीतर की मुकुराहट चेहरे पर आ जाए. कि …
आगे पढ़ें »अंजली के लिए, जो मुझे तब याद करती है जब उसे साहित्य का कुछ नहीं मिल रहा होता... दोपदी सिंघार पेटीकोट व अन्य कवितायेँ ... फेसबुक से आ…
आगे पढ़ें »सुकृता पॉल कुमार की कवितायेँ — अंग्रेज़ी और रेखा सेठी अनुदित हिंदी In the Throes of Time The calendar buzzed Around my ears …
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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