इक्कीसवीं सदी और ट्रिपल तलाक़ — प्रितपाल कौर प्रितपाल कौर pritpalkaur@gmail.com +919811278721 देश में एक बार फिर मुसलमानों में प्रच…
आगे पढ़ें »ज़रूरी होता है — ख़ुद को याद दिलाते रहना — कि लड़ाई आसान नहीं है, गगन गिल अपने आख्यान में पूछती हैं, "नारी की रूप-कामना ध्वंसकारी कब बनी?"…
आगे पढ़ें »जिसे महायानी बौद्ध ‘म्यूचुअल पॅाजे़शन ऑफ टेन वर्लड्स’ कहते हैं, मध्यकालीन स्त्री की हँसी पर भी वह अवधारणा पूरी तरह लागू है — अनामिका म…
आगे पढ़ें »गजब नेता – मैत्रेयी पुष्पा यह दहशत कम तो नहीं और स्त्रियों का अपमान भी कम नहीं जब एक मंत्री कहता है — कुछ दिन बाद पत्नी पुरानी हो जाती ह…
आगे पढ़ें »आज चित्रा मुद्गल जी ने अपने जीवन के 73वें वर्ष में प्रवेश किया है. उन्हें जन्मदिन पर किस तरह बधाई दूं ? एक बेहतरीन कथाकार और उससे भी बेहतरीन इं…
आगे पढ़ें »
Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
Social Plugin