अक्ल बड़ी या भैंस - ओम थानवी
लोकार्पण : व्यंग्यऋषि शरद जोशी - डॉ वागीश सारस्वत
सन्धिकाल में स्‍त्री व अन्य कवितायेँ : मायामृग
साहित्य मज़ाक नहीं
संजीव की रचनाओं में है आम आदमी की पीड़ा : विभूति नारायण राय