अंधेरो से निकाल कर स्त्री ही देगी एक कंदील  - गीताश्री
ब्रिटेन में हिन्दी कविता कार्यशाला - तेजेंद्र शर्मा
कहानी ... प्लीज मम्मी, किल मी ! - प्रेम भारद्वाज
दो कवितायेँ - वत्सला पाण्डेय
दो गज़लें - प्राण शर्मा
पंकज सुबीर की सुधा ओम ढींगरा से बेबाक बातचीत