ब्रिटिश हिंदी साहित्य और प्रथम : उषा राजे सक्सेना
बोरियत का सफर चेन्नई एक्सप्रेस - गीतम श्रीवास्तव #ChennaiExpress
ख़त आ ख़त - संजीव कुमार : अविद्या (कुलपति के नाम प्रार्थनापत्र)
मनीषा कुलश्रेष्ठ - कहानी : स्वांग  | Manisha Kulshrestha
विचारों के कारागार में बंद वामपंथी - अनंत विजय
आज है उनका जन्म दिन "शकील बदायुनी" - सुनील दत्ता
तीन गज़लें - तीन रूप ( बचपन , जवानी और बुढ़ापा ) - प्राण शर्मा , यू .के
पार्टनर तुम्हारी पॉलिटिक्स क्या है ? - अनंत विजय
लाशों का रंग देखना ठीक नहीं है - गोविन्दाचार्य
प्रेमचंद की परंपरा का संकुचन करते वरवरा राव  - जनसत्ता