मेरे हाथ अख़बार का कागज़ था जिसमें मुझे समय के दो कान काट कर रखने थे अजायबखाना में रखे कीमती पत्थरों का मोह मुझसे अब तक न छूट सका मगर मैं कश्मीर से …
"संगीता के युवा मन में पीढ़ियों की जड़ें गहरी हैं। इन कविताओं को पढ़कर ऐसा लगता है संगीता संकेत में कुछ कह रही हैं।" जिस पुस्तक की समीक्षा …
दामिनी यादव की कविताओं की आग से ज़ेहन को बेधने वाली चिंगारियाँ निकल रही होती हैं। पढ़िए उनकी दो ताज़ा कविताएं ~ सं०
कहानी का समय कोरोना से हो रहे विस्थापन का है लेकिन कहानी कुछ और है, हमारी स्त्रियों की मजबूती की है और अच्छी है पढ़ लीजिए, युवा रचनाकार सरिता निर्झ…
हद है कि अनाचार होता रहा है हद है कि अनाचार हो रहा है हद है कि अनाचार देख रहे हैं हद है कि ख़ामोश हैं हद है कि सोचना मुल्तवी है सभी आस लगाये दे…
समीक्षा / गांधी और सरला देवी चौधरानी : बारह अध्याय / अलका सरावगी Book Review / Gandhi Aur Saraladevi Chaudhrani : Barah Adhyay/ Alka Saraogi स्वत…
अच्छी फ़िल्मों को देखना बहुत ज़रूरी (और साहित्यिक) होता है। यह तब और अच्छा हो जाता है जब गीताश्री सरीखा संवेदनशील लेखक किसी ऐसी फिल्म को देख, फ़िल्म की…
लक्ष्मी शर्मा की कहानी ‘इला न देणी आपणी’ पढ़िए। सुंदर भाषा में सुनायी गई एक बेहद मजबूत कहानी। मुझे नहीं पता कि स्त्री लेखन संसार में कहानी की चर्चा क…
युवा रचनाकार कंचन जायसवाल की रचना 'ट्रेन में लड़की' जिसे सफ़र कथा कह रहा हूँ, पढ़ते हुए यह महसूस हुआ कि इस तरह की गद्यात्मक रचनाएं लिखी, छापी औ…
समीक्षा लिखते समय यदि लेखक यह याद रखे कि गद्य पढ़ने का आनंद उसके प्रवाह में होता है, तो वह विजय पंडित द्वारा लिखित, हाल में आयी किताब — अवसाद का आनंद…
पढ़िए सपना सिंह की सच बतलाती, भुलवाती रोचक कहानी 'अफसर कथा' — क्योंकि यही तो दुनिया है और यही है माया । ~ सं०
विश्व पुस्तक मेले से लौट कर ... — राजिन्दर अरोड़ा
गीताश्री इस समय की सशक्त कथाकार अकारण नहीं हैं, आप 'केस स्टडी' पढ़िए, उनकी इस कहानी का प्लॉट और उसका ट्रीट्मन्ट, पात्र और उनका संचालन सब दिखल…
अयोध्या में रामपथ के निर्माण के लिए सड़कों का चौढ़ीकरण किया जा रहा है,उसके जद में मकान नहीं पेड़ भी आ रहे हैं। बहुत से ह्रदयविदारक दृश्य दिखायी दे रहे।…
अमृता प्रीतम की कहानी 'पाँच बरस लम्बी सड़क' आप कुछ पाठकों ने शायद पढ़ी हो, मैंने हाल में पढ़ी और लगा कि यह अमृता प्रीतम की सबसे अच्छी कहानियों …
आज 8 जनवरी को प्रबोध कुमार, प्रेमचंद के नाती, अमृतराय के भांजे, बेबी हालदार के मेंटर के जन्मदिन पर प्रिय कथाकार शर्मिला जालान की उनके कहानी संग्रह …
हिंदी के वरिष्ठ कवि, पत्रकार विमल कुमार ने साल के बीतने और नये साल के आगमन पर कई कविताएं लिखीं हैं जिसमें अपने समय के कई रंग मौजूद हैं। उनके लिये स…
जयंती रंगनाथन की बहुत सुंदर-सी कहानी है ‘मन रे…’, पढ़िएगा ज़रूर! ~ सं०
भाषा मौन है। हृदय में उल्लास के बजाय सिहरन हो रही है। यह कैसी कहानी है जो इतनी अ यथार्थ होते हुए भी, किस जादू से एकदम सच हो गई है। यथार्थ नहीं सत्य…
प्रिय लेखिका कविता की 'साम चक साम चक अईहऽ हो...' भाई-बहन के रिश्ते को केंद्र में रखकर, आंचलिक भाषा में लिखी गई सुंदर कहानी ~सं० जबकि नाती-प…