रूपा सिंह की कहानी 'आई विल कॉल यू!' मोबाइल फोन, सेक्स और रिश्तों की जटिलताओं को संवेदनशीलता से उजागर करती है। यह कहानी न केवल तकनीकी युग…
आगे पढ़ें »परिपक्व हिंदी कहानी काई — उषाकिरण खान एक दिन विपिन ने कहा था - ‘‘इजोतिया को तुम क्यों नहीं अपनी एकआध चोली दे देती हो? तुम्हारे नाप …
आगे पढ़ें »ममता कालिया की कहानी 'पीठ' बेवजह शक बेवजह कुंठाग्रस्त करता है
आगे पढ़ें »प्रतियोगिता का दबाव और कहानी तो परियां कहां रहेंगी — आकांक्षा पारे काशिव 100% पढ़ी जाने वाली और 101% तसल्ली बख्श कथा है आकांक्षा…
आगे पढ़ें »छोड़ आये हम वो गलियाँ — पार्ट 2 — ममता कालिया इलाहाबाद के मटुकनाथ के मुंह पर न तो स्याही मली न ही दूधनाथ की पत्नी निर्मला ने उनकी सार्व…
आगे पढ़ें »जब दिग्गजों को छोड़कर, रवींद्र कालिया ने तय किया तो कॉफी हाउस में हलचल मच गई गुजरे जमाने का शहर — ममता कालिया पत्नी के साथ अमरकांत …
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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