कहानी सुरंग अशोक गुप्ता शहर के इस महंगे नर्सिंग होम में जो मरीज़ अंतिम साँसें ले रहा है, वह मैं हूँ। कोमा में आ गया हूँ। मौत अ…
आगे पढ़ें »लग रहा था कि कहानी लम्बी है लेकिन... सब लेखक राजिन्दर अरोड़ा जी की मेहनत है,जो सफल रही, एक उम्दा हिंदी थ्रिलर। — भरत तिवारी राजिन्दर …
आगे पढ़ें »जी सिग्रेट ! सि्ग्रेट मैं कब से पी रहा हूँ, ठीक से नहीं बतला सकता। पर अब तो सिग्रेट मेरे जीवन मेरे व्यक्तित्व का एक अभिन्न अंग बन बैठी है। …
आगे पढ़ें »फिज़ा में फैज़ कथाकार प्रेम भारद्वाज (संपादक पाखी) आपमें से किसी ने सुनी है पचहत्तर साल के बूढ़े और तीस साल की जवान लड़की की कहानी। न…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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