वर्ष २०१३ और २०१४ की कृष्ण बलदेव वैद फैलोशिप युवाकथाकर प्रत्यक्षा और प्रभात रंजन को दी जाएगी। वैद फैलोशिप के निर्णायक श्री अशोक वाजपेयी ने बताया कि हाल के बरसों में, मीडिया के दोनों ही प्रकारों – प्रिंट और अंतर्जाल – पर जिन युवा प्रतिभाओं के लेखन से हिंदी कथा-विधा में नए प्रस्थान खुलने के उर्वर संकेत मिले हैं उनमे प्रत्यक्षा और रंजन प्रमुख हैं। श्री वाजपेयी ने कहा, “
दोनों ही युवा लेखकों ने अपने कथा संसार के अछूते कथ्य, नवचरी लहज़े, भाषिक आचरण और शैलीगत प्रयोगों से ध्यानाकर्षण किया है।“
फैलोशिप के अंतर्गत दोनों लेखक ‘सतोहल’, हिमाचल प्रदेश में एक माह का लेखकीय प्रवास करेंगे
Krishna Baldev Vaid Fellowship 2013, 2014 to Pratyaksha and Prabhat Ranjan
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