आशा भोसले - नायिका से नर्तकी... — तेजेन्द्र शर्मा हिन्दी सिनेमा के गीतों का सुनहरी काल 1949-1975 माना जाता है। इस काल में नौशाद, शंकर ज…
ब्रिटिश सरकार द्वारा अधिकारिक दस्तावेज़ लंदन ग़ज़ट में तेजेन्द्र शर्मा के नाम की घोषणा की गई। तेजेन्द्र शर्मा को मेंबर ऑफ़ द ऑर्डर ऑफ़ द…
ओ.पी. नैय्यर अपनी किंग साइज़ ईगो के ग़ुलाम थे... तेजेन्द्र शर्मा ~ शिखा वार्ष्णेय “ ओ.पी. नैय्यर यदि स्वाभिमानी होते तो दूसरों के स्वा…
एक बार फिर होली ! तेजेन्द्र शर्मा नजमा के लाल होते गालों ने जैसे दुर्गा मासी पर लाल सुर्ख लोहे की छड़ ज़ैसा काम किया था। शाम होते-होते इस…
हाथ से फिसलती ज़मीन... तेजेन्द्र शर्मा “ग्रैण्डपा, आपके हाथ इतने काले क्यों हैं?... आपका रंग मेरे जैसा सफ़ेद क्यों नहीं है?... आप मुझ से …