अयोध्या में रामपथ के निर्माण के लिए सड़कों का चौढ़ीकरण किया जा रहा है,उसके जद में मकान नहीं पेड़ भी आ रहे हैं। बहुत से ह्रदयविदारक दृश्य दिखायी दे रहे।…
आगे पढ़ें »भगोड़े स्वर्ग में छिपे हुए हैं और हम उन्हें नर्क में खोज रहे हैं... स्वप्निल श्रीवास्तव, कविता में आज... कविताओं में भाषा के रोल स…
आगे पढ़ें »स्वप्निल श्रीवास्तव की मार्मिक कहानी "नदी गाँव और घर" की इस पोस्ट को 2025 में अपडेट किया गया है, जो ग्रामीण जीवन, पारिवारिक बंधनों और…
आगे पढ़ें »Namvar hone ka arth : Alochana ka Vatvriksh Swapnil Srivastava नामवर होने का अर्थ: आलोचना का वटवृक्ष स्वप्निल श्रीवास्तव उनके …
आगे पढ़ें »कवितायेँ: स्वप्निल श्रीवास्तव ♒ बांसुरी मैं बांस का टुकड़ा था तुमने यातना देकर मुझे बांसुरी बनाया मैं तुम्हारे आनंद के लिये बजता रहा फ…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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