जब तक यह व्यक्ति जीवित है... रूपसिंह चन्देल संस्मरण राजेन्द्र यादव और रूप सिंह चंदेल की यादें अप्रैल ०४,१९८७... शनिवार का दिन। …
समीक्षा सरकारी भ्रष्टाचार से लहू-लुहान होता एक ईमानदार अधिकारी डॉ. बिभा कुमारी कथाकार रूपसिंह चंदेल का नवीनतम प्रकाशित उपन्यास है -“ गलियारे …
श्रद्धाजंलि वह निर्छद्म हंसी रूपसिंह चन्देल कुछ लेखक डॉ. सिंह से इस बात से भी खफा थे कि वह उनके आत्मकथा लेखन का विरोध करते थे. डॉ. तेज सिं…