येग़िशे छारेंत्स का पत्र (पत्नी) आर्फेनिक के नाम येग़िशे छारेंत्स (1897-1937) आर्मेनियाई कवि अपने देश के राष्ट्रपिता सरीखे हैं. 24 अप्…
आपदा काल रचना प्रक्रिया को बहुत मुश्किल बना देता है । लेकिन, पीड़ा से गुजरते हुए जब कोई साहित्य उपजता है तो उसमें कई नए रंग नज़र आते हैं । आ० स…
Love Poems in Hindi हम जानते हैं, जिसका अतीत नहीं होता, उसका भविष्य भी नहीं होता। जो केवल वर्तमान में रहता है, वह किसी प्रकार का रचनात्मक…
साहित्यकार और क्या करे, मृदुला गर्गजी ने कहानी के माध्यम से चेताया...नहीं चेते, अब सुमन केशरी दीदी कहानी के अपने पाठ से उपजी विवेचना से चेता रही ह…
Suman Keshari सुमन केशरी के आगामी कविता संकलन 'लोहे के पुतले' से कुछ कवितायेँ जबसे दास्तान-गो महमूद फ़ारूक़ी से “दास्तान ए …
स्त्रियों द्वारा अपनी अस्मिता का रेखांकन पुरुषों को “स्वभावतः!” बुरा लगता है। — सुमन केशरी Suman Keshari जब कोई स्त्री पुरुषों…
कल रात्रि एक बहुत ही सजीव स्वप्न देखा। स्वप्न के दो छोर थे। एक तरफ शब्द था, दूसरी तरफ भी शब्द ही था। दूर कहीं रेगिस्तान के बीचोबीच दौड़ती, हांफती,…
उसके मन में उतरना... उसके मन में उतरना मानो कुएँ में उतरना था सीलन भरी अंधेरी सुरंग में उसने बड़े निर्विकार ढंग से अंग से वस्त…
सुमन केशरी बिहार के मुज्जफरपुर में जन्मीं सुमन केशरी ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से बी.ए. करने के बाद जवाहरलाल नेहरुविश्वविद्यालय से एम. ए…