Hindi Story आय विल कॉल यू! — रूपा सिंह यह मोबाइल फोन युग है, और सेक्स भला इससे कैसे अछूता रह सकता है? तकनीकी सम्पन्नता के बावजूद वैश्विक…
हंस मार्च 2020 में प्रकाशित कहानी विभाजन की कहानियाँ दुखां दी कटोरी: सुखां दा छल्ला रूपा सिंह बेबे की गरम और नरम छातियों के बीच दु…
रूपा सिंह की कवितायेँ शिमला में गोल मेज़ देख के लिखी गई कविता तीन कुर्सियाँ थीं, क़रीने से रखीं दूधिया, सफ़ेद, शफ़्फ़ाक। बीच मे…
बेड़ियाँ तोड़े बिना आगे जा पाना असंभव है ... हिंदी साहित्य की यही रुढ़ीवादी बेड़ियां पाठक को अन्य भाषाओँ के साहित्य की तरफ मुड़ने को 'मजबूर' क…
नई दिल्ली, 17 अक्टूबर 2013 , सीताराम येचुरी (सांसद एवं अध्यक्ष स्थायी संसदीय समिति, यातायात, पर्यटन एवं संस्कृति) ने साहित्य अकादेमी के कार्यक्रम “ …
डॉ० रूपा सिंह ऍम.फिल. पीएचडी (जे.एन.यू), डी.लिट. एसो० प्रोफ़ेसर (हिंदी) एसोसिएट आई.आई.ए.एस – राष्ट्रपति निवास, शिमला (2012-2015) चार पुस…