कथाकार अखिलेश की कहानी 'अँधेरा' 21वीं सदी की तान पर टूटने वाली लंबी कहानी है। "वजूद" "यक्षगान" और "ग्रहण" के स…
आगे पढ़ें »अब किसी पुस्तक के कितने संस्करण छपते हैं और कितने दिनों के अंतराल पर छपते हैं और कितनी प्रतियाँ छपती हैं, यह मुद्दा नहीं है बल्कि, दो-चार-दस-बीस प्र…
आगे पढ़ें »चित्रा मुद्गल | प्रभु जोशी | मोहम्मद आरिफ | विनोद तिवारी को वनमाली सम्मान भोपाल। साहित्य और संस्कृति की मानक संस्था वनमाली सृजन …
आगे पढ़ें »विनोद तिवारी और समकालीन आलोचना रचनाकार का यह आरोप कि, आलोचक ने उसकी रचना को समझा ही नहीं है, उसने अपने मन और विचार से असंगत निष्कर्षों को मेरी…
आगे पढ़ें »' नयी सदी की दहलीज पर ', हिन्दी आलोचना के लिए वर्ष 2013 का 'देवीशंकर अवस्थी सम्मान' युवा आलोचक विनोद तिवारी को उनकी 2011 में प्रक…
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Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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