
चित्रा मुद्गल | प्रभु जोशी | मोहम्मद आरिफ | विनोद तिवारी को
वनमाली सम्मान
वनमाली सम्मान समकालीन कथा, आलोचना और साहित्यिक पत्रकारिता के क्षेत्र में मानवीय मूल्यों की तलाश तथा उनकी पुनप्र्रतिष्ठा के लिए स्थापित द्विवार्षिक पुरस्कार है। यह सम्मान प्रसिद्ध कथाकार चिंतक स्व. जगन्नाथ प्रसाद चैबे ‘वनमाली’ की स्मृति में स्थापित है। जिन्होंने अपने जीवन और साहित्य में सदैव आदर्श मूल्यों की हिमायत की। पूर्व में ममता कालिया, मैत्रेयी पुष्पा, असगर वजाहत, स्वयंप्रकाश, अखिलेश, उदय प्रकाश, मंजूर एहतेशाम, शशांक, सतीश जायसवाल, मनोज रूपड़ा, पंकज सुबीर, कैलाश, वनवासी और आनंद हर्षुल इस सम्मान से विभूषित किये जा चुके हैं। वर्ष 2016 के लिए गठित निर्णायक जूरी में वरिष्ठ कथाकार-संपादक मुकेश वर्मा, पत्रकार-कवि महेन्द्र गगन, कवि-आलोचक बलराम गुमास्ता और वनमाली सृजन पीठ के अध्यक्ष संतोष चौबे शामिल थे।
सृजन पीठ के संयोजक विनय उपाध्याय ने बताया कि 5 अप्रैल को सम्मान अलंकरण समारोह के उपरांत प्रसिद्ध रंगकर्मी डाॅ. देवेन्द्र राज अंकुर के निर्देशन में वनमाली जी की कहानियों का मंचन भारत भवन में होगा। 6 अप्रैल को सुबह 10.30 बजे आईसेक्ट विश्वविद्यालय के सभागार में आयोजित ‘कथा विमर्श’ में आमंत्रित लेखक आलोचक अपने विचार साझा करेंगे। इसी दिन शाम 6.30 बजे स्वराज संस्थान सभाकक्ष में वनमाली सम्मान प्राप्त कथाकारों का रचनापाठ होगा।
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