शिवानी की कहानी — नथ पिछली सदी से जारी स्त्री स्वाधीनता की खामोश लड़ाई की कहानी - मृणाल पांडे आज की पीढ़ी को, जो सोशल मीडिया पर अ…
देवदत्त पटनायक की वर्तिका का बल पांडित्य बघारने पर केंद्रित नहीं — मृणाल पाण्डे गैर-राजनीतिक इरादे से देसी परंपरा को हिंदी में सम…
मृणाल पांडे के उपन्यास का अंश कहते हैं ऐसा लिखिए जो पहले न लिखा गया हो, जो बिलकुल नया हो...इस कहे को सुने तो सारा हिंदी-साहित्य-वर्ग है ल…
रामकथा के जितने रूप हैं उतनी ही तरह के विवरण त्रेतायुग के भी हैं — मृणाल पाण्डे 2010 के आसपास दिल्ली वि.वि. में इतिहास, ऑनर्स पाठ्यक्…
भारत एक नदी मातृक देश है। यहाँ की तमाम बड़ी छोटी नदियों ने ही अपने अपने तटों पर हज़ारों बरसों से नाना सभ्यताओं और परंपराओं को उपजाया और सींचा…
मृणाल पाण्डे 2017 के लिये एक नीति कथा जीएसटी...इस तामझाम में खर्च हुए जन-धन जैसे मुद्दे भले कुछ दिन में बिला जायें, पर तय है कि देश 2…
भूगर्भीय जलभंडार तेज़ी से छीज रहा है — मृणाल पाण्डे जहाँ पहले 50 फुट पर पानी मिल जाता था, पानी निकालने को 700 से हज़ार फीट तक बोरिंग ज़रू…
कश्मीरी पंडितों से लेकर उत्तराखंड, असम, बंगाल (वैष्णव समुदाय छोड़ कर), मिथिला क्षेत्र तथा उ.पू. राज्यों में माँस और मछली ब्राह्मणों का खानपान तथ…