विनीता शुक्ला जी को पहली दफ़ा पढ़ा है. पढ़कर इस बात की ख़ुशी है कि देशज भाषा का सुन्दर प्रयोग करते हए लिखी गयी सबल कहानी पढ़ने का आनंद मिला. भरत ए…