अखिलेश्वर पांडेय की कविता बस इतनी गुज़ारिश है मुझे ग़ालिब न बनाओ ग़ाली न दो! मैं बड़ी क़द्र करता हूं उनकी मैं तो उनकी सफेद दाढ़ी का ए…
आगे पढ़ें »Kavita - Akhileshwar Pandey हम किस खबर की प्रतीक्षा में हैं...? अब कोई भी खबर रोमांचित नहीं करती बड़ी नहीं लगती उत्तेजना से परे बर्…
आगे पढ़ें »अखिलेश्वर पांडेय जन्म : 31 दिसंबर 1975 कादम्बनी, कथादेश, पाखी, साक्षात्कार, प्रभात खबर, अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक भाष्कर, हरिगंधा, मर…
आगे पढ़ें »
Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
Social Plugin