अमीर ख़ुसरो की शायरी, भारतीय-सूफ़ी परंपरा का ऐसा संगम है जिसमें भाव, भाषा और इतिहास की ध्वनियाँ साथ-साथ गूंजती हैं। इस लेख में प्रस्तुत रचना उनकी उसी…
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Vandana Rag
हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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