डर ~ सपना सिंह "एक लड़की का जन्म लिया है तो उम्र भर सिर्फ ‘बचने’ की सोचो अपने आपको सुरक…
आगे पढ़ें »गोष्ठी ~ सुभाष नीरव वह चाहकर भी उसे मना नहीं कर सके। जबकि मदन के आने से पूर्व वह दृढ़ मन से यह तय कर चुके थे कि इस काम के लिए साफ़-साफ़ ह…
आगे पढ़ें »कहानी बनाना रिपब्लिक शिवमूर्ति ठाकुर के दालान से निकला तो उसका दिल धाड़-धाड़ कर रहा था। इतनी खुशी वह कैसे सँभाले? कहाँ रखे? घुप्प अँधे…
आगे पढ़ें »कहानी बनाना रिपब्लिक (भाग-२) शिवमूर्ति बिल्कुल। जिसका वोट मिलने की उम्मीद न हो उनको भी। भाई, हम अपनी ओर से क्यों मान लें कि कोई हमें …
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
Social Plugin