सीमा पर भी जवानों की एक ज़िन्दगी होती होगी, वो जवान चाहे भारत कर हो या पाकिस्तान का. दो पड़ोसी मुल्कों के असली पड़ोसी यही-दोनों होते हैं. राजनितिक…
आगे पढ़ें »वक़्त से आगे - निखा साधारण लोगों में से अपवाद थी वो। युवराज और परी की माँ – प्रतीति। हाँ अलग थी सबसे। युवराज और परी मेरे ही स्कूल मे…
आगे पढ़ें »असली नेता जानता है कि किसके लिए, कब और कहां लड़ना चाहिए - शेखर गुप्ता दुनिया का इतिहास बताता है कि सबसे सफल नेता वे हैं, जो जानते हैं क…
आगे पढ़ें »क्या अब 'जेएनयू' का मिथक टूट चुका है? — अनुज पिछले दिनों घटी 'जेएनयू' की घटना ने बहुत सारे सवालों पर सोचने को विवश कर…
आगे पढ़ें »फेंस के इधर और उधर - ज्ञानरंजन हमारे पड़ोस में अब मुखर्जी नहीं रहता। उसका तबादला हो गया हैं। अब जो नये आये हैं, हम से कोई वास्ता नह…
आगे पढ़ें »बातचीत: अरविंद केजरीवाल सरकार के एक साल होने पर - मुकेश केजरीवाल, सर्वेश कुमार दिल्ली में ऐतिहासिक बहुमत से सत्ता में आई केजरीवाल सर…
आगे पढ़ें »Millions of faces in a face - Priyadeep Kaur 19 yeaers old, Priyadeep Kaur is an exuberant writer from Banaras. She is doing her gradu…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
Social Plugin