एक अलसाए गांव में प्रेम 'फाइंडिग फेनी' - दिव्यचक्षु | Love in a Somnolent Village 'Finding Fanny' review - Divya-Chakshu

फिल्म समीक्षा

''वो फलसफा है प्रेम का

प्रेम के लिए प्रयास करने का

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जिसे आप प्रेम करते हैं उसे बताना चाहिए कि ...

  हां, मुझे तुमसे प्यार है''



एक अलसाए गांव में प्रेम

दिव्यचक्षु

फाइंडिग फेनी

निर्देशक- होमी अदजानिया
कलाकार- नसीरुद्दीन शान, दीपिका पादुकोण, अर्जुन कपूर, डिंपल कापड़िया, पंकज कपूर


गोवा में एक गांव (काल्पनिक) है पोकोलिम। आरके नारायण के मालगुडी (ये भी एक काल्पनिक गांव है) की तरह। पोकोलिम में जिंदगी आहिस्ता चलती है। खरामा खरामा। कोई जल्दी नहीं। यहां के कुत्ते भी भौंकते नहीं बल्कि सुस्ते से पड़ रहते हैं। आखिर किस पर भौंके?  गांव के निवासी कम हैं और सब के सब परिचित। किससे डरें और किसको डराएं? इस गांव के बाशिंदे जिंदगी को आराम से जीते रहते हैं। बस कभी कभी मिसेज रोजी (डिंपल कापड़िया) किसी को हल्का सा डपट देती है। और रोजी की विधवा बहू एंजी (दीपिका पादुकोण) अपनी सास के साथ परिवार की बिल्ली की भी देखभाल करती है। एंजी का पति उसी रात मर गया था जिस रात शादी हुई थी। गांव में पोस्टमैन है फर्डी (नसीरुद्दीन शाह) जिसको देखते ही आपको मिस्टर बीन (हॉलीवुड के चर्चित चरित्र जिस पर कई फिल्में और टीवी कार्यक्रम बने हैं) की याद आती है। एक दिन एंजी देखती है फर्डी रो रहा है क्योंकि उसके पास वो खत 46 साल बाद फिर से लौट कर आ गया है जिसे उसने एक लड़की फैनी (अंजलि पाटिल) , जिसका पूरा नाम स्टैफनी फर्नाडीस है, लिखा था। ये जताने के लिए वो उससे प्रेम करता है। यानी खत तो फैनी के पास पहुंचा ही नहीं। इस पर एंजी फर्डी को दिलासा देती है और कहती है चलो फैनी को खोजा जाए। इसके लिए गाड़ी ली जाती है पेंटर डॉन पेद्रो की (पंकज कपूर), जिसके पास एक खटारा कार है। कार को चलाता है सावियो (अर्जुन कपूर)जो कभी एंजी का प्रेमी रह चुका है। पांचो- फर्डी, रोजी, एंजी, सावियो और पेद्रो- फैनी को खोजने निकलते हैं। क्या फैनी मिलेगी? मिलेगी तो किस हाल में होगी?

होमी में मौलिकता है और एक खास तरह का खिलंदड़ा पन भी। इसीलिए `फाइंडिंग फैनी’  को दुबारा देखने की इच्छा पैदा होती है।

पूरी फिल्म एक विलंबित गायकी की तरह है और इसमें घटनाएं कम और जिंदगी का फलसफा अधिक है। वो फलसफा है प्रेम का। प्रेम के लिए प्रयास करने का। जिसे आप प्रेम करते हैं उसे बताना चाहिए कि `हां, मुझे तुमसे प्यार है। और जब आप वक्त रहते ये नहीं बता पाएंगे तो जिंदगी हाथ से निकल जाएगी। लेकिन अगर बताने में देर हो जाए तो इसका मतलब  ये नहीं कि फिर न बताए। बताइए, हो सकता है कि प्रेम आपको फिर से मिल जाए। प्रेम पाने के लिए खुद के बनाए खोल से बाहर निकलना पड़ता है। पूरी फिल्म एक यात्रा शैली में है, जिसे अंग्रेजी में रोड मूवी कहते हैं। फिल्म में अपनी तरह की हंसी भी है जो बहुत कोमल और निर्दोष है। ये मुनाफे को ध्यान में रखकर बनाई गई फिल्मों से अलग है। इसीलिए कलाकारों के अभिनय में भी ताजगी है। दीपिका पादुकोण और अर्जुन कपूर- दोनों अपने में स्टार हैं पर यहां वे सामान्य लोगों की तरह है। एक गांव के निवासियों की तरह। नसीर जरा हट के दीखते हैं। एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जिसका आत्मविश्वास तो खंडित हो चुका है लेकिन जो जीने की तमन्ना लिए हुए है। डिंपल तो बिल्कुल ही  उस महिला की तरह लगती हैं जो शरारती भी है और उमंगों से भरी भी। पंकज कपूर एक ऐसे कलाकार बने हैं जो भीतर से कुंठित है और बाहर से जिंदादिल दिखना चाहता है। 

होमी अदजानिया पहले भी `बीइंग साइरस और `कॉकटेल जैसी फिल्में बना चुके हैं जो एक दूसरे से भिन्न स्वभाव की थीं। `फाइडिंग फैनी में उनका नया रूप प्रकट होता है। वैसे ये फिल्म अंग्रेजी में बनाई और रिलीज की गई है। होमी में मौलिकता है और एक खास तरह का खिलंदड़ा पन भी। इसीलिए `फाइंडिंग फैनी को दुबारा देखने की इच्छा पैदा होती है।
दिव्यचक्षु
Finding Fanny  2014 English/Hindi satirical film, directed and written by Homi Adajania produced by Dinesh Vijan ... Naseeruddin Shah Dimple Kapadia Pankaj Kapur Deepika Padukone Arjun Kapoor Anand Tiwari Ankur Tewari Anjali Patil Mihai Fusu Kevin D Mello Ranveer Singh

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