वर्ष भर चलेगा "इंडिया@यूके2017" | #IndiaUK2017 #UKIndia2017



इंडिया@यूके संस्कृति वर्ष 2017

ब्रिटेन में 2017 की मई से नवंबर तक विभिन्न शहरों में भारतीय संस्कृति के उच्चकोटि के कार्यक्रमों का आयोजन होगा





इतिहास, लोकतंत्र की भावना, कानून, बहुलता और बहुत कुछ ऐसा है जो भारत और ब्रिटेन को आपस में जोड़े रखता हैं। भारत और ब्रिटेन के बीच आर्थिक, व्यापारिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में गहरे सम्बन्ध हैं। 2015 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटेन के तत्कालीन प्रधानमंत्री डेविड कैमरून ने मिल कर घोषणा की थी कि इन सांस्कृतिक संबंधों और भारत की आजादी की 70वीं वर्षगांठ को दोनों राष्ट्र मिल कर मनाएंगे, ब्रिटिश प्रधानमंत्री थेरेसा मई ने 2016 की अपनी भारत यात्रा के दौरान इसे दोहराया भी था। ‘इंडिया-यूके संस्कृति वर्ष’ का आयोजन इन्हीं प्रतिबद्धताओं का परिणाम है ।




‘इंडिया-यूके संस्कृति वर्ष 2017’ के दौरान दोनों देशों में पूरे साल सांस्कृतिक आदान-प्रदान होगा। भारतीय उच्चायोग, संस्कृति मंत्रालय, भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद और भारत की उत्सव-निर्माण कंपनी टीमवर्क आर्ट्स के द्वारा ब्रिटेन में 2017 की मई से नवंबर तक विभिन्न शहरों में भारतीय संस्कृति के उच्चकोटि के कार्यक्रमों का आयोजन होगा।

वाईके सिन्हा, मैट हैनकॉक, बैरोनेस पाराशर, एलन गेममेल, अनिल कपूर, डैरेन हेनले, अनुष्का शंकर, जितेश गढ़िया, अमांडा नेविल और जोश बेर्गेर


ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त वाईके सिन्हा ने कहा, “भारत की आज़ादी की 70वीं वर्षगाँठ के कारण संस्कृति वर्ष विशेष महत्व रखता है। इन उत्सवों से, दोनों देशों को, सांस्कृतिक विरासत की साझी-डोर में नया रंग और नए प्राण भरने का, बेहतरीन अवसर मिलेगा।

27 फरवरी को बकिंघम पैलेस में महारानी द्वारा आयोजित एक भव्य कार्यक्रम आधिकारिक शुरुआत हुई


आयोजनों की निर्माण कंपनी टीमवर्क आर्ट्स के निदेशक संजॉय के. रॉय ने अपनी ख़ुशी ज़ाहिर की, उनका कहना है, “भारत और ब्रिटेन के बीच एक लंबे समय समृद्ध सांस्कृतिक संवाद और जुड़ाव रहा है। बीते कुछ वर्षों में हमने यूके का, भारतीय रंगमंच, नृत्य, साहित्य और संगीत के प्रति, लगाव बढ़ते देखा है। स्मरणोत्सव के इस महत्वपूर्ण वर्ष में, विविधता से भरे इन भव्य कार्यक्रमों को, ब्रिटेन भर में ऊपर से नीचे तक अपने जुनून और संस्कृति को लोगों के साथ साझा करने के लिए, दोनों देशों के कलाकारों का मिलकर बेमिसाल कार्यक्रमों को पेश किये जाने का अवसर मिलने से हम सम्मानित हुए हैं।

उत्सवों में ब्रिटेन की — शेक्सपिएर्स ग्लोब, ब्रिटिश लाइब्रेरी, बर्बिकन सेंटर, सड्लेर्स वेल्स, ट्रामवे, मैक बर्मिंघम, फेस्टिवल थिएटर एडिनबर्ग, बर्मिंघम हिपड्रोम, सम्पद आर्ट्स बर्मिंघम और रॉयल फेस्टिवल हॉल ऐट साउथबैंक सेंटर — संस्थाओं का सहयोग रहेगा।

भारत की सांस्कृतिक विविधता प्रदर्शित करेंगे फेस्टिवल के पंचकोण 


  • ज़ी जेएलएफ @ ब्रिटिश लाइब्रेरी
  • इंडिया @ एडिनबर्ग
  • इंडिपेंडेंस गाला @ साउथबैंक सेंटर
  • फेस्टिवल ऑफ़ डांस एंड थिएटर और 
  • डॉ एल सुब्रमण्यम और लंदन सिम्फनी ऑर्केस्ट्रा द्वारा यूके में इंडिपेंडेंस सिम्फनी का प्रीमियर। 


इसके साथ ही इंडिया@यूके2017 कई और उच्च कोटि के कार्यक्रमों में सहयोग देगा, जिनमें —  रविशंकर का ओपेरा सुकन्या, 8वां लन्दन इंडिया फिल्म फेस्टिवल, और अकरम खान के साथ दरबार फेस्टिवल 2017 — प्रमुख हैं।

००००००००००००००००

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

ये पढ़ी हैं आपने?

Hindi Story आय विल कॉल यू! — मोबाइल फोन, सेक्स और रूपा सिंह की हिंदी कहानी
कोरोना से पहले भी संक्रामक बीमारी से जूझी है ब्रिटिश दिल्ली —  नलिन चौहान
गिरिराज किशोर : स्मृतियां और अवदान — रवीन्द्र त्रिपाठी
ऐ लड़की: एक बुजुर्ग पर आधुनिकतम स्त्री की कहानी — कविता
 प्रेमचंद के फटे जूते — हरिशंकर परसाई Premchand ke phate joote hindi premchand ki kahani
ईदगाह: मुंशी प्रेमचंद की अमर कहानी | Idgah by Munshi Premchand for Eid 2025
मन्नू भंडारी की कहानी — 'रानी माँ का चबूतरा' | Manu Bhandari Short Story in Hindi - 'Rani Maa ka Chabutra'
ज़ेहाल-ए-मिस्कीं मकुन तग़ाफ़ुल Zehaal-e-miskeen makun taghaful زحالِ مسکیں مکن تغافل
अखिलेश की कहानी 'अँधेरा' | Hindi Kahani 'Andhera' by Akhilesh
समीक्षा: अँधेरा : सांप्रदायिक दंगे का ब्लैकआउट - विनोद तिवारी | Review of writer Akhilesh's Hindi story by Vinod Tiwari