कम शब्दों में लिखी गयी बड़ी कहानी... रोज़ी-रोटी अकु श्रीवास्तव ‘‘अरे सुनीता ...... उठती हो ....... पांच बज चुके हैं।’’ राजीव ने अपनी…
अवश्य पढ़िए ... लगभग चार दशक पहले लिखी गयी, वरिष्ठ पत्रकार अकु श्रीवास्तव की छोटी कहानी 'परिवर्तन' में, कही गयी 'बात' और कहानी की…