राजनीतिक कार्टूनकारी में मुझे अबू अब्राहम से बड़ा नाम तुरंत ध्यान नहीं आता। — ओम थानवी उनकी पंक्तियों और रेखाओं में वक्रता ही नहीं, ऊँ…
आगे पढ़ें »Bharat me Che Guevara Om Thanvi अर्नेस्तो ‘चे’ गेवारा सरना 30 जून, 1959 की शाम दिल्ली पहुंचे थे। वे छह महीने पहले क्यूबा में हुई सशस्…
आगे पढ़ें »Che ke Ghar Me Om Thanvi हवाना में बारिश थी। हम अर्नेस्तो ‘चे’ गेवारा के घर की देहरी पर खड़े थे। हमारे तीन साथी भीगने के भय से…
आगे पढ़ें »प्रधानमंत्री श्री जवाहर लाल नेहरू 1 जुलाई, 1959 को अपने तीन मूर्ति आवासीय कार्यालय में चे ग्वेरा का स्वागत करते हुए। फोटो: कुंदन लाल फोटो प्र…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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