जामिया मिलिया इस्लामिया में हिंदी व पत्रकारिता विभाग में प्रोफेसर रह चुके, हिंदुस्तान की कई पीढ़ियों को हास्य-व्यंग्य से परिचित कराने वाले अशोक…
आगे पढ़ें »कन्या रत्न का दर्द प्रेम जनमेजय आप यह मत सोचिए कि मैं कोई साधु संत या फिर आधुनिक बाबा-शाबा हो गया हूं और आपको माया मोह से दूर रहने की सलाह …
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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