बोरियत का सफर चेन्नई एक्सप्रेस - गीतम श्रीवास्तव #ChennaiExpress

बोरियत का सफर चेन्नई एक्सप्रेस


पिछले दो हफ्तों में शायद ही कोई ऐसा माध्यम रहा हो, जहाँ शाहरुख अपनी फिल्म का प्रमोशन करने के लिए नहीं दिखे हों. प्रिंट मीडिया,मॉल्स, टी वी सीरीयल्स, रियेलीटी शोज़,चेनल्स पर इंटरव्यूह, पर्फोरमेंस ... सभी कुछ. इसमें कोई शक नहीं कि शाहरुख को अपनी फिल्मों को प्रमोट करना बखूबी आता है और वो इसे बकायदा एक मार्केटिंग स्ट्रेटजी के तहत तैयार करते हैं. लेकिन काश शाहरुख इस फिल्म के प्रमोशन के साथ साथ इस फिल्म पर भी मेहनत करते जिससे एक बेहतर कृति सामने पाती.

     दरहसल ये फिल्म हार्ड कोर कमर्शियल और बॉलीवुड मसाला फिल्म है. डॉन और रा-वन के खराब रिस्पोंस और जब तक है जान से भी यश जी के देहांत के बाद जिस तरह के रिस्पोंस की उम्मीद की जा रही थी; वो नहीं मिली था. लिहाज़ा शाहरुख के लिए इस फिल्म का हिट होना बेहद जरूरी था. इसलिए उन्होने ऐसे ही निर्देशक को चुना - जिनकी फिल्में लगातार हिट हो रही थीं और 100 करोड़ के क्लब में शामिल हो रहीं थीं. रोहित शेट्टी का अपना अलग जोनर औऱ स्टाईल है. जिसमें वो धीरे धीरे एक्सपर्ट भी होते जा रहे हैं. फिल्म में शुरु से लेकर अंत तक शाहरुख की पिछली फिल्मो को भुनाने की कोशिश की गई है. या यूँ कहें कि उनसे उन्ही का स्टारडम प्रमोट करवाया गया है. पूरी फिल्म मे शाहरुख एस.आर.के. ही रहे वो राहुल (फिल्म में किरादार का नाम) तो बने ही नहीं... लकिन इस सब के दौरान फिल्म के संवादो और खास तौर पर उनकी फिल्मों के गानो को उन्ही से झेलाना बेहद मुश्किल हो जाता है.

      फिल्म की शुरुआत में ही आप समझ जाएगें कि पूरी फिल्म में आपको क्या देखने को मिलने वाला है. फिल्म की कहानी और स्थितियाँ प्रिडिक्टेबल हैं. हाँलाकि रोहित शेट्टी की फिल्मों से मैं बहुत ज्यादा अनप्रिडिक्टेबल सिचूयेशन और कहानी की उम्मीद नहीं कर रही हूँ, लेकिन उनकी पिछली कुछ फिल्मों जैसे सिंघम या गोलमाल सीरीज को कहीं ना कहीं मैंने इंजोय किया था. चेन्नई एक्सप्रेस कहीं कहीं बहुत लाउड भी हो जाती है. रोहित ने आम दर्शकों के लिए एक पैकेज तैयार किया है, जिसमें एक्शन,कॉमेडी, रोमांस और शाहरुख के स्टारडम को भुनाने की पूरी कोशिश की है. फिल्म की लागत लगभग 90 करोड़ है जिसमें रोहित ने ही फिल्म को डायरेक्ट करने की फीस 20 करोड़ ली है. जाहिर है कि फिल्म, उसी 100 करोड़ के क्लब में शामिल होने और शाहरुख को अपने करियर की डूबती नैया को बचाने के लिए किया गया प्रयास है. अगर आप एस.आर.के. के फैन हैं और माईँडलैस कॉमेडी पसंद करते हैं तो ये फिल्म आपको कई हद तक पसंद आएगी.

      फिल्म का एक चौथाई हिस्सा तमिल में है जिसके लिए कोई सबटाईटल भी नहीं दिए शायद रोहित अपने दर्शकों को बहुत समझदार और तमिल भाषा का जानकार समझ बैठे हैं.

      फिल्म की शुरुआत में शाहरुख चार बार नोकिया का ऐड करते भी दिखे वो भी कीमत के साथ. जिससे खीज होती है बाकी की बची कसर फिल्म के घिसे पिटे डॉयलोग पूरी कर देते हैं. फिल्म में दीपिका की ऐक्टिंग जरूर काबिले तारीफ रही है. कॉक्टेल और ये जवानी है दिवानी जैसी फिल्मों के बाद अब उनकी ऐक्टिंग में भी मेच्योरिटी आ गई है. साउथ इंडियन लड़की के किरदार और शैली को उन्होने बखूबी अडोप्ट किया है. विशाल-शेखर ने फिल्म का संगीत उसके जौनर के हिसाब से अच्छा दिया है. जिसमें लुंगी डांस और 1234 जैसे गानों में हिट होने के सभी कंटेट्स हैं. साथ ही फिल्म की लोकेशंस भी खूबसूरत हैं. जिसमें दक्षिण भारत की सादगी निखर कर आती है।

      फिल्म को लोग पसंद कर रहे हैं और उम्मीद की जा रही है कि फिल्म 100 करोड़ के क्लब में भी शामिल हो सकती है. कुल मिलाकर फिल्म को जिन इंटेन्शंस के साथ बनाया गया है वो कई हद तक पूरा हो जाएगा.
 

चेन्नई एक्सप्रेस 

सितारे: शाहरुख खान, दीपिका पादुकोण, निकेतन धीर, सत्यराज
निर्देशक: रोहित शेट्टी
निर्माता: गौरी खान, करीम मोरानी, रॉनी स्क्रूवाला, सिद्धार्थ राय कपूर
बैनर: यूटीवी मोशन पिक्चर्स, रेड चिलीज एंटरटेनमेंट
संगीत: विशाल-शेखर, यो यो हनी सिंह
कहानी: के. सुभाष
पटकथा: युनुस सेजवाल, रोबिन भट्ट 
गीतम श्रीवास्तव, दिल्ली विश्वविद्यालय से पत्रकारिता और जनसंचार में स्नातक हैं. फिल्म पत्रकारिता में विशेष रुचि रखने वाली गीतम इन दिनों इंडिया न्यूज में बतौर रिपोर्टर कार्यरत हैं .






एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ