सूचना तकनीक के विस्तार ने असंख्य लोगों को लेखक होने के भ्रम में डाल रखा है जिसे प्रकाशक भी हवा दे रहे हैं। पर गंभीर रचनाकर्म अब भी जिन्दा है…
आलोचकों की दृष्टि वहां तक नहीं पहुंच पाती जहां तक रचनाकारों की दृष्टि पहुंचती है - अनंत विजय यह वक्त आलोचना और आलोचकों के लिए गंभीर मंथन का है …
सातवें आसमान पर आलोचना ऊंट और गधे की शादी में ये लोग (मोहन, राकेश कमलेश्वर और राजेंद्र यादव) एक दूसरे के गीत गा रहे थे - विजय मोहन सिंह कृष्…