संगीत ; ये शब्द ही कितना सुरीला है शायद आपको याद ना हो कि वो कौन सा गाना या ग़ज़ल या गायक था जो आप के दिल में सबसे पहले उतरा था और अगर याद है तो य…
आगे पढ़ें »कच्चा लालच, बदगुमानी, ओछी राजनीति और जुड़े को तोड़ना, ये हमारे वे दुश्मन हैं जो पीठ पीछे वार नहीं करते। आज एक तरफ मनुवादी अपने गलत को सही सिद्ध क…
आगे पढ़ें »समाज विज्ञानी आशीष नंदी की एक टिप्पणी को लेकर जिस तरह का बावेला मचा, वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। यह विवाद दर्शाता है कि हमारे समाज में गंभीर …
आगे पढ़ें »जनसत्ता के संपादक ओम थानवी जी बीते दिनों पाकिस्तान गए थे । पाकिस्तान में वो ठीक उसी समय थे, जब भारतीय सैनिकों के सर काटे जाने की घटना हुई । अपने …
आगे पढ़ें »इन दिनों नेट पर, पत्र-पत्रिकाओं में लोग भावविह्वलता में दिल्ली में नृशंसता की शिकार हुई दामिनी के नाम पर कविताएँ लिख रहे हैं, गीत, छन्द, मुक…
आगे पढ़ें »कृष्णा सोबती 'नए साल की देहरी पर' जनसत्ता 1 जनवरी 2013: साल के पहले दिन, जनसत्ता के मुखपृष्ठ पर, हम-स…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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