'विपश्यना' उपन्यास में इंदिरा दांगी ने बहुत प्रभावित किया था। बीएचयू प्रोफेसर प्रभाकर सिंह की समीक्षा (Review Vipshyana Indira Dangi) पढ़ते …
आगे पढ़ें »सदाशिव श्रोत्रिय की यह सुंदर समीक्षा पढ़ने के बाद दुर्गाप्रसाद अग्रवाल की किताब पढ़ने का बहुत मन हुआ, सोचा अभी मँगा लूँ और तब... हिन्दी की नाव कितने प…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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