सिनेमा मनोभाव नहीं दर्शा सकता - शिवमूर्ति मशहूर कवि केदारनाथ सिंह ने आज (1 नवम्बर 2015) यहां कहाकि पुस्तक और पुस्तकालयों की शक्ल अब बद…
इस फिल्म के नायक हैं कथाकार शिवमूर्ति - कमल पांडेय कैमरे की आंख से देखते हैं शिवमूर्ति ('मंच' जनवरी-मार्च 2011 से) मध…
कहानी बनाना रिपब्लिक शिवमूर्ति ठाकुर के दालान से निकला तो उसका दिल धाड़-धाड़ कर रहा था। इतनी खुशी वह कैसे सँभाले? कहाँ रखे? घुप्प अँधे…
कहानी बनाना रिपब्लिक (भाग-२) शिवमूर्ति बिल्कुल। जिसका वोट मिलने की उम्मीद न हो उनको भी। भाई, हम अपनी ओर से क्यों मान लें कि कोई हमें …
कहानी बनाना रिपब्लिक (भाग-३) शिवमूर्ति सातवीं क्लास में सुलताना उसके बगल वाले टाट पर दरवाजे के पास बैठती थी। आते जाते वह उसकी समीज क…