रजनी गुप्त की कहानियाँ समकालीन कथाकारों में अपनी अलग पहचान बनाती हैं. उनकी पात्र वो कहने में नहीं हिचकते जिसे अधिकतर कहानीकार या तो कहते …
आगे पढ़ें »उषा राजे सक्सेना 19वीं सदी के उत्तरार्ध और बीसवीं सदी के आरंभ में ब्रिटेन में हिंदी पर अधिकांश कार्य अँग्रेज़ विद्वानों जैसे डॉ. ग्रियर्सन, मिस…
आगे पढ़ें »बोरियत का सफर चेन्नई एक्सप्रेस पिछले दो हफ्तों में शायद ही कोई ऐसा माध्यम रहा हो, जहाँ शाहरुख अपनी फिल्म का प्रमोशन करने के लिए नहीं दिखे हों. …
आगे पढ़ें »दिल्ली विश्व.अविद्यालय के कुलपति के नाम प्रार्थनापत्र (कुलपति के नाम दूसरी चिटठी) अविद्या भारतीय दर्शन का एक शब्द है। यह अभावात्मक नहीं, भावात…
आगे पढ़ें »स्वांग वह कहानी है - जिसे पढ़ कर विजयदान देथा ने खोजबीन कर मेरा नंबर ढूँढा था, और फोन करके कहा था, “ यह ऎसी कहानी है जिसे मैं लिखना चाहता था...…
आगे पढ़ें »प्रेमचंद की जयंती के मौके पर हिंदी साहित्य की मशहूर पत्रिका हंस की सालाना गोष्ठी राजधानी दिल्ली के साहित्यप्रेमियों के लिए एक उत्सव की तरह होता है …
आगे पढ़ें »हरि ॐ ... मन तरपत हरि दर्शन को आज मोरे तुम बिन बिगरे सब काज .. जीवन के दर्शन को अपने कागज के कैनवास पर लिपिबद्द करने वाले मशहूर शायर और ग…
आगे पढ़ें »हद्द बेशरम हो तुम, जब बच्चे छोटे थे तो कभी गोदी में बिठाया तुमने? आज बड़े आये ह…
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