ऑक्सफ़ोर्ड बुक स्टोर, कनॉट प्लेस में शुक्रवार की शाम अभूतपूर्व समा रहा।
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Audience |
बहुत भारी संख्या में लोग, जिनमें ज्यादातर युवा थे, असगर वजाहत (Asghar Wajahat) की कहानियों के, रौनक (Rj Raunac) और शिल्पी (Shilpi Marwaha) द्वारा किये जाने वाले ड्रामेटाइज्ड-पाठ को सुनने पहुंचे थे।
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Audience |
न सिर्फ पूरा हॉल भरा हुआ था बल्कि हॉल के बाहर भी लोग खड़े थे।
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Asghar Wajahat |
असगर वजाहत हमारे समय के मंटो है या ऐसे कहूं कि मंटो से भी आगे हैं,
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RJ Raunac |
उनकी कहानियों में, हमारे समय की वे संवेदनाएं, जो हमारे काले सच को दिखाती हैं, दर्ज है और
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Shilpi Marwaha, Arvind Gaur, Richa Aniruddha |
उन समवेदनाओं से — ऑक्सफ़ोर्ड बुकस्टोर (Oxford Bookstore Connaught Place) और शब्दांकन Shabdankan के कार्यक्रम ‘दिल्लीबोल’ में — रेडिओ के सितारे आरजे रौनक ‘बउवा’ और थिएटर की दिग्गज शिल्पी मारवाह, ने अपनी ख़ूबसूरत आवाज़ और अदायगी से पूरा न्याय दिया।
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Shilpi Marwaha |
वहां मौजूद श्रोताओं का कहानी के नाट्य रूप को सुनते वक्त बिल्कुल सन्नाटा कर देना और फिर तालियों से हॉल को भर देना यही दिखा रहा था।
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Arvind Gaur |
दिल्लीबोल से मेरी यही कोशिश रहेगी कि हिंदुस्तानी साहित्य और उससे जुड़ी गतिविधियों को, शब्दांकन की तरह ही, लोगों तक पहुंचा सकूं।
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Bharat Tiwari |
शुरूआत अच्छी हुई है और भरोसा है हर महीने कुछ ना कुछ अच्छा होता रहेगा।
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Neeta Sreedharan, RJ Raunac, Shilpi Marwaha, Asghar Wajahat, Bharat Tiwari |
ऑक्सफ़ोर्ड बुक स्टोर, कनॉट प्लेस , साहित्य और कला के लिए जो गतिविधियां लगातार किए जा रहा है उससे वह निश्चय ही दिल्ली के किताब प्रेमियों, कला प्रेमियों को दुर्लभ सांस्कृतिक ऑक्सीजन दे रहा है।
#दिल्लीबोल सह-आयोजक भरत तिवारी (शब्दांकन)
#DilliBol #AsgharWajahat
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